महाबोधि बुद्ध विहार, बोधगया वरिल ब्राह्मणांचा कब्ज़ा हतविन्यासाथी बौद्ध इंटरनेशनल नेटवर्क और नेशनल पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) मार्च चे रैली का प्रदर्शन करून जिला पदाधिकारी से निवेदन ला दिलले।
बीड प्रतिनिधी – सारसतात् जीवदहे ही सरकार और एक मठ आहेत ते बौद्धान्चे आहेत। काशी मथुरा प्राचीन बौद्ध विहार का दावा बुद्धिष्ट इंटरनेशनल नेटवर्क और राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग वर्ग मोर्चा ने वेटिने करन्यात अला आहे पर किया है।
या सांस्कृतिक दृष्टांत महत्वपूर्ण है, विकास और विहार पर जो ब्राह्मणों पर कब्ज़ा करने के लिए है, जनजागृति और आंदोलन की घोषणा के लिए सात चरणों का अधिकार है। देशातील 567 जिलाहत एकाच दिविशी हे आंदोलन करन्यात आले।
या आंदोलनाला राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग समेकित मोर्चा छे ए.मधुकर काळे साहब, छत्रपति क्रांति सेनेचे मा. हरि गायकवाद, जदयू एकता परिषदचे मा.नवनाथ कांबळे, भारत मुक्ति मोर्चा के प्रदेश उपाध्यक्ष आ.जोतीताई मिसाळ, बहुजन क्रांति मोर्चा चे मा. बी.आर.लांडगे, भारतीय संगठन मोर्चा चे मा.अनिल साळवे, रतन लांडगे, बुद्धिष्ट इंटरनेशनल नेटवर्क चे मा. राहुल धाएजे, मौर्य क्रांति संघे मा.सुभाष गवली यांच्या सह अनेक कार्यकर्त्तायनी रैली काढूं निवेदन दिले।